आरजू
Tuesday, March 18, 2014
Aarzoo Shayari SMS
Nakaam si koshish kiya karte hain,
Hum hain ki unse pyar kiya karte,
Khuda ne takdir me ek tuta tara nahi likha,
Aur hum hain ki chaand ki aarzu kiya karte hain…
Bewafa SMS in Hindi
Pal pal uska saath nibhate hum,
Ek ishare par duniya chor jaate hum,
Samnder ke beech mein pahunch kar fareb kiya usne,
Wo kehta to kinare par hi doob jaate hum..
Friendship SMS in HIndi Font
आँसू के समंदर पर पलकें ढके हुये हो,सिर रखके मेरे कांधे पर क्यों झुके हुये हो,रस्ते अलग-अलग और मंज़िल अलग-अलग तो-जब साथ नहीं चलना फिर क्यों रुके हुये हो।
Friday, June 24, 2011
हार - जीत
हारने से जीतने की खाविश कम नहीं होती
टूटने से जुड़ने की कोशिश कम नहीं होती
तपने से ही सोना निखर कर आता है
और गम में ही ख़ुशी तोह सबसे हसीं कहलाता है !
टूटने से जुड़ने की कोशिश कम नहीं होती
तपने से ही सोना निखर कर आता है
और गम में ही ख़ुशी तोह सबसे हसीं कहलाता है !
ख्वाइश
यह ख्वाइश हैं मेरी खुदा से , जिस चीज़ पे तू हाथ
रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे
वोह तकदीर मेरी हो !
रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे
वोह तकदीर मेरी हो !
हाथों की लकीरे
हाथों की लकीरों मैं किस्मत होती है
मिलना और भूल जाना लोगो की फितरत होती है ,
बिखरता तो हर कोई है दर्द में ,
मगर गम भुलाना इंसान की जरुरत होती है .
मिलना और भूल जाना लोगो की फितरत होती है ,
बिखरता तो हर कोई है दर्द में ,
मगर गम भुलाना इंसान की जरुरत होती है .
ख्वाब
ख्वाबों को हकीकत में बदल कर तो देख
पिंजरे की सलाखों में है उड़ने की रह भी
गुलामी को बगावत में बदल कर तो देख
खुद -बी -खुद हल होंगी जिंदगी की मुश्किलें
बस ख़ामोशी को सवालों में बदल कर तो देख
चट्टाने भी टूटेंगी इन्ही हाथों के भरोसे
अपनी आरज़ू को इबादत में बदल कर तो देख
अँधेरी राहों में चमकेगी सूरज की रौशनी
अंगूठे को दस्तखत में बदल कर तो देख
होंसला कम ना होगा तेरा तूफ़ान के सामने
म्हणत को इबादत में बदल कर तो देख
क़दमों के टेल खुद होंगी मंजिलें तेरी
मेरी बातों को नसीहत में बदल कर तो देख
बस एक बार ज़िन्दगी में प्यार करके देख
प्यार की पाकीजगी को इबादत बना के देख
पिंजरे की सलाखों में है उड़ने की रह भी
गुलामी को बगावत में बदल कर तो देख
खुद -बी -खुद हल होंगी जिंदगी की मुश्किलें
बस ख़ामोशी को सवालों में बदल कर तो देख
चट्टाने भी टूटेंगी इन्ही हाथों के भरोसे
अपनी आरज़ू को इबादत में बदल कर तो देख
अँधेरी राहों में चमकेगी सूरज की रौशनी
अंगूठे को दस्तखत में बदल कर तो देख
होंसला कम ना होगा तेरा तूफ़ान के सामने
म्हणत को इबादत में बदल कर तो देख
क़दमों के टेल खुद होंगी मंजिलें तेरी
मेरी बातों को नसीहत में बदल कर तो देख
बस एक बार ज़िन्दगी में प्यार करके देख
प्यार की पाकीजगी को इबादत बना के देख
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